चीन के वुहान शहर से निकला यह VIRUS जी हाँ अब तो नाम सुनते ही लोग सेहम जाते है। इस वायरस ने पूरी दुनिया मैं ऐसा तहलका मचाया की लोगों का घर से बाहर निकलना, किसी से मिलना आदि सब बंद करवा दिया है। इस वायरस की वजह से आज विश्व के कई सारे देशों को LOCKDOWN करना पर गया है। चीन से होते हुए यह वायरस अब हमारे भारत में भी दस्तक दे चूका है। और यह इतनी तेजी से फैलना शुरू हुआ कि यह भारत के कई राज्यों में पूरी तरह से फ़ैल चूका है। इसपर हमारे भारत सरकार ने काफी बेहतर कदम उठाया है। और स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से भी ADVISORY जारी की गई है।
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COVID-19 CORONAVIRUS |
आपने सब जगह ये पढ़ा होगा की कोरोना वायरस क्या है, लेकिन क्या आपको ये पता है, की इसको रोका जा सकता था। इसके पीछे चीन का क्या राज़ है। आज मै आपको इसकी पूरी कहानी विस्तार पूर्वक बताऊंगा कि असल में चीन में आखिर हुआ क्या था। आज में आपको इसके बारे में ऐसी-ऐसी बाते बताऊंगा जो आपने इससे पहले कहीं भी नहीं पढ़ा होगा
CORONAVIRUS क्या है ?
कोरोना वायरस जिसे SARS COV-2 और जिससे होने वाली बीमारी को CORONAVIRUS DISEASE और COVID-19 भी कहते हैं।
असल में हुआ ये था कि दिसंबर 2019 के पहले हफ्ते में और वो जगह जहाँ पर सबसे पहले कोरोना वायरस के आने की खबर मिली थी, वो है SOUTH CHINA WUHAN का SEA FOOD MARKET. इस मार्किट मैं हर तरह की मीट और ANIMAL PRODUCTS बेचीं जाती थी। जैसे कुत्ते का मीट, चिकन, सूअर, साँप, चमगादड़ आदि और वो भी सब एक ही जगह पर बेचा जाता था। CHINA, WUHAN के इस SEA FOOD MARKET को इस CORONAVIRUS के ऑउटब्रेक का STARTING POINT भी माना जाता हैं। बात ये है की असल में CORONAVIRUS इससे पहले जानवरों में पाया जाता था। ये आमतौर पर जानवरों में पाया जाने वाला ही वायरस है। और जिस मार्किट में इतने सारे तरह के ANIMAL PRODUCTS को एक साथ रखा जाए। तो ये हालात वायरस को एक मौका देने जैसा हो गया कि वो जानवरों से इंसानों में जम्प कर सके। 2019 दिसंबर के महीने में EXACTLY यही हुआ था।
अब आपके मन में एक सवाल आया होगा, की ये वायरस आखिर किस जानवर से निकला होगा। तो EXPERTS के हिसाब से ये वायरस BATS यानी चमगादड़ से निकला है। और किसी एक इंसान को ये सबसे पहले संक्रमित किया था, यानी इन्फेक्ट किया था। और उसके बाद ये वायरस दूसरे लोगों में भी फैलना शुरू हो गया। और ऐसे ही एक चैन बन गया, दिसंबर 2019 के पहले हफ्ते से लेकर जनवरी के पहले हफ्ते तक यहाँ पर यानी WUHAN में हाहाकार मचा था। उसके बाद 1 जनवरी को उस मार्किट को SHUTDOWN यानी बंद कर दिया गया था।
CHINA के वैज्ञानिक ने जब इस वायरस के GENETIC CODE को देखा जो की इसके अंदर मौजूद है तब वो BAT यानी चमगादड़ों से ज्यादा सिमिलर पाया गया। जिसका मतलब ये वायरस BAT यानी चमगादड़ों से निकला है। पर GENERAL OF MEDICAL VIROLOGY के वैज्ञानिक ने जब एक और रिसर्च किया,जो की कुछ दिन बाद की गयी थी। तब उन्हें ये पता चला की ये COBRA SNAKE यानी साँप को RESEMBLE करते है………. मतलब ये चीन के वुहान के उसी मार्किट में मौजूद होने वाला और बेचे जाने वाले कोबरा सांप से निकला है। तो इससे कई लोग ये भी SPECULATE कर रहे हैं कि ये MULTIPLE ANIMALS से आया है। क्यूंकि इस मार्किट में सांप चमगादड़ और भी कई जानवरों को साथ में बेचा जाता था। पर बात ये है कि अभी तक चाहे जितने भी RESEARCHES किये गए हो। अभी तक कोई CONCRETE EVIDENCE नहीं निकला है। कोई पक्की जानकारी नहीं है, कि ये वायरस कहाँ से आया है।
बाद में पब्लिश किए गए कई सूत्र ये बताती है कि ये चमगादड़ या सांप नहीं, बल्कि ये वायरस कोई और UNKNOWN ORIGIN भी हो सकता है। ये किसी अनजान SOURCES से भी आयी होगी इसके बारे में अभी तक किसी भी वैज्ञानिक को भी नहीं पता है।
चीन में इस वायरस के फैलने के बाद एक के बाद एक लोगों में लक्षण यानी SYMPTOMS दिखने लगे पर CHINA के DOCTOR जिनका नाम था, LI WENLIANG HI उनके पास कोरोना वायरस के कुछ मरीज़ों को भेजा गया इलाज करने और वायरस के INSPECTION के बाद ही DR. LI को समझ आ गया की ये एक नया वायरस है, ये आज से पहले इंसानों में कभी नहीं देखा गया, और इसके PROPERTIES के बारे में हमे कुछ भी नहीं पता। उन्होंने अपने डॉक्टर्स के ग्रुप में सबको बताया और इसको लेकर सीरियस होने को कहा और बोला की बाद में जाकर ये बहुत ही भयंकर रूप से फ़ैल सकता है। पर जैसे ही ये बात फैलने लगी तभी डॉक्टर LI को वहाँ की सरकार द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। क्यूंकि वहाँ की सरकार को ये लगा की ये झूठी बातों को बोलकर लोगों में डर पैदा कर रहे हैं। SPREADING RUMORS यानी अफवाह फैलाने के केस में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पर उनके ARREST होने के कुछ दिनों बाद जो होता है, वो इतिहास के पन्नो में नोट किया जाने वाला था। पहले कुछ गिने चुने मरीज़ थे CORONAVIRUS के,…..
पर उनको अरेस्ट करने के बाद ये वायरस बहुत तेजी से पूरे WUHAN शहर में हज़ारों की संख्या में लोग INFECTED होने लगे। और यहां तक डॉक्टर ली वेन जिन्होंने इस वायरस के बारे में सबसे पहले बताया था। उनको भी CORONAVIRUS इन्फेक्ट कर दिया। और 7 फ़ेरबरी 2020 को न चाहते हुए उनकी मौत हो गयी। अगर वहाँ की सरकार डॉ ली वेंन को SERIOUSLY लेतीं और उन्हें अपना काम करने देती, तो शायद ये वायरस उतना नहीं फैलता।
पर वुहान, CHINA से बाहर निकलकर वो वायरस बाकी देशों में भी पहुँच गया। और जनवरी 2020 के बाद फरवरी-मार्च इन महीनों में इनके CASES और भी बढ़ गए। आख़िरकार मार्च 11, 2020 को WHO यानी WORLD HEALTH ORGANISATION ने इसे OFFICIALLY GLOBAL PANDEMIC घोषित कर दिया, यानी महामारी घोषित कर दिया। और WHO के वेबसाइट पर REFERENCE, experience.arcgis के COVID-19 के SITUATION को अगर हम DASHBOARD पर देखें। तो आप देखोगे की लगभग 5 लाख लोग इस वायरस से AFFECTED है। और लगभग 26000 लोगों की मृत्यु हो गयी है। और अगर worldometer.info का DASHBOARD अगर हम देखें तो पूरे अभी तक लगभग 1 लाख से ज्यादा लोग ठीक भी हो गए हैं।
CORONAVIRUS के लक्षण क्या है ?
अब हम बात करेंगे इसके लक्षण क्या है। और क्या हमे इससे घबराने की जरूरत है। तो उन लक्षण को आप इस डैशबोर्ड में देख सकते हो। यहां 87 % CASES में FEVER हुआ है। 67% में DRY COUGH हुआ है। और बाकी चीज़ों को भी आप देख सकते हो।
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COVID-19 CORONAVIRUS |
यहां सबसे MAIN बात ये है की इसका मतलब ये नहीं है कि अगर आपको बुखार है तो आपको CORONAVIRUS है। या आपको DRY COUGH है तो आपको CORONAVIRUS ही है। यानी कहने का मतलब सब खांसी या सब बुखार CORONAVIRUS नहीं है। पर अगर आपको ऐसा लगता है कि आपकी परिस्थिति बहुत ही ज्यादा खराब है, तो वो आपको फील हो ही जाएगा। अगर आप सेह नहीं पा रहे हो। तो अपने नजदीकी अस्पताल में चेकअप करवा सकते हो। पर यहां पर सबसे ज्यादा जरूरी है कि आपको जानकारी हो, KNOWLEDGE हो, ताकि आप सब कुछ को समझ पाओ। SAFE रहो, सुरक्षित रहो ताकि आपको इस बीमारी से डरने की जरूरत न पड़े, और आपको अस्पताल जाने की नौबत ही न आये। पहले आपको ये जानने की जरूरत है कि आपके शरीर में GENERALLY 2 तरह के INFECTIOUS DISEASE होते है।
बैक्टीरियल इन्फेक्शन
STREP THROAT
EAR INFECTION
URINARY TRACT INFECTION (URI) ETC.
वायरल इन्फेक्शन
COMMON COLD
INFLUENZA
CHICKEN POX
HIV
CORONAVIRUS
HIV
AIDS ETC.
तो फैक्ट ये है कि BACTERIAL INFECTION जो होते है, जो बैक्टीरिया से होते है। इसके लिए जो भी CURE है वो वैज्ञानिको ने निकाल लिया है। और लगभग बैक्टीरिया से हुए हर तरह के बिमारी को हम लोग BEAT कर सकते हैं। और जब वायरल इन्फेक्शन्स की बात आती है, तो साधारण सर्दी लगना, इसका भी क्योर साइंटिस्ट आज तक नहीं निकाल पाए हैं। क्यूंकि ये सब वायरल इन्फेक्शन होता है, और इनका कोई CURE नहीं होता है, चाहे वो CORONAVIRUS हो, DENGUE हो, या सर्दी हो आदि, इन सबको हम CURE नहीं कर सकते हैं, केवल इसका इलाज, यानी TREATMENT कर सकते है। पर क्योर नहीं कर सकते है।
CURE :
CURE का मतलब होता है तीर चलाकर उस बाहरी एजेंट को मार देना। जो कि आपके शरीर में गया है, और जिससे हम लोग 100 % ठीक हो सकते है, जिसे CURE होना कहते हैं।
TREATMENT :
ये क्योर नहीं होता, इसका मतलब किसी ऐसे थोड़ी-मोरी चीज़ों को करना, परिस्थिति में आपको रखना, जिसे वायरस बॉडी से बाहर आने की CHANCES बढ़ सके। बैक्टीरिया से हुए बिमारी को ANTIBIOTICS के जरिये डॉक्टर्स क्योर करते है, ANTIBIOTICS बैक्टीरिया को मार सकते हैं, पर वायरस को नहीं। पर CORONAVIRUS COVID-19 में अलग बात ये है, की कोई भी TREATMENT इसमें काम नहीं कर रहा है। इसका अभी तक कोई भी EFFECTIVE ट्रीटमेंट नहीं है। भविष्य में होगा की नहीं ये तो हम नहीं कह सकते है, पर अभी तक तो नहीं है। कोरोना वायरस एक वायरस से होता है, न की बैक्टीरिया से होता है। जैसे की हम लोगों ने अभी जाना। और नार्मल सर्दी खांसी जो की वायरस से ही होता है, उससे कोरोना वायरस अलग इसलिए है। क्यूंकि ये लोगों मै बहुत जल्दी फैलता है, तो अगर इसको हराने की बात करें, तो आखिरकार हमारी बॉडी ही अपने IMMUNE SYSTEM से वायरस को हटा सकता है। और बाहरी रूप से हम लोग कुछ नहीं कर सकते। जो कर सकता है आपका शरीर कर सकता है, यानी आपका इम्यून सिस्टम ही कर सकता है। जब तक साइंटिस्ट इसका इलाज न निकाल पाए, आपका इम्यून सिस्टम अगर मजबूत हो, तो वो सिर्फ कोरोना को ही नहीं, बल्कि किसी भी वायरस को हरा देगा।
कोरोना वायरस शरीर में कैसे फैलता है ?
यहां आपके मन में एक सवाल आ रहा होगा, की क्या होता है अगर ये वायरस हमारे शरीर में घुस जाए। वायरस कुछ और नहीं बल्कि गोल सा एक चीज होता है। जिसके अंदर जेनेटिक मटेरियल होते हैं। और ये अपने आप को तभी MULTIPLY कर सकते है। जब ये किसी LIVING BEING यानी इंसान के अंदर जाए। जैसे प्लास्टिक या मेटल किसी भी चीज़ से भी ट्रांसफर हो सकती है। पर बाहरी SURFACES में ये कुछ घंटों तक ही जिन्दा रह पाती है। पर जब कोई वायरस को लिविंग होस्ट मिलता है। जैसे मान लो ये किसी इंसान के लंग्स तक पहुँच जाए, तब ये अपने आप को MULTIPLY करना शुरू कर देता है। आपके फेफड़ों में अरबों EPITHELIAL CELLS होते है, तो CORONAVIRUS आपके मुंह या आपके नाक के अंदर प्रवेश करके आपके EPITHELIAL CELLS में एक SPECIFIC RECEPTER से ATAACH होकर अपने जेनेटिक मटेरियल को आपके CELLS के अंदर INJECT कर देता है। और वो सेल उस वायरस के जेनेटिक कोड को EXECUTE कर देता है। और वो वायरस CELL के अंदर ही फैलने लगता है। तो जब एक इंसान का सेल ये देखता है कि ये वायरस फ़ैल रहा है, तब वो क्रिटिकल कंडीशन में आ जाता है, और अपने आप को SELF DISTRACT कर देता है। फिर वो MULTIPLIED वायरस बिना रुके बाकी सेल्स तक भी पहुँचने लगते हैं। और फेफड़ों में मौजूद बाकी CELLS भी मरने लगते हैं। और बाद में बॉडी के करोड़ों CELLS इंफैक्ट हो जाते है। और फेफड़ों में मौजूद बाकी CELLS भी मरने लगते हैं। तबही शरीर के करोड़ों सेल्स इन्फेक्ट हो जाते है। और अरबों वायरस MULTIPLIED हो जाते है।
पर यहाँ पर सबसे अहम् बात ये है और आपको जान लेना चाहिए। जब SOLDIER की ENTRY होती है, जिसे हम IMMUNE SYSTEM यानी आपकी बॉडी की रोग प्रतिरोधक सिस्टम कहते है, तो अगर किसी का इम्यून सिस्टम स्वस्थ है, तो वो सारे VIRUSES को मारकर शरीर के बाहर फेंक देता है। पर जिसका इम्यून सिस्टम मजबूत नहीं है, उसपर ये वायरस हावी हो जाता है। और इम्यून सिस्टम अपना पावर LOOSE करने लगता है। और ULTIMATELY उनकी DEATH हो जाती है।
तो इसलिए जिनका इम्यून सिस्टम मजबूत है न, उनको अगर कोरोना वायरस हो भी गया। तब उनको MILD SYSMPTOMS यानी हल्का सा सर्दी जुखाम आएगा और अपने आप ठीक हो जाएगा। और जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होगा उनको अस्पताल में भी जाना पड़ सकता है, यानी CRITICAL CASES पर ज्यादातर MAJORITY OF CASES मैं ठीक हो जाते है। और जो अभी कोरोना वायरस से मरे है, उनमे से ज्यादातर लोग OLD AGED यानी बुड्ढे लोग है, बुजुर्ग है। जैसा की इस CHART में आप देख सकते हो।
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COVID-19 CORONAVIRUS |
30 साल के उम्र तक के लोगों में जिनको अभी कोरोना हुआ था, उनमे से लगभग 0.2 % लोगों की ही मृत्यु हुई है। यानी 30 साल की उम्र तक की बात करें। तो हज़ार लोग में से जो कि इन्फेक्ट हुए है, तो उनमे से 998 लोगों का इम्यून सिस्टम उन्हें ठीक कर देता है। और 2 लोग ऐसे होते है जो कि मर जाते है, पर अगर बुजुर्गों की बात करें तो उनमे ये PERCENTAGE बहुत ज्यादा है। क्यूंकि बुजुर्ग लोगों का इम्यून सिस्टम बहुत WEAK यानी कमजोर होता है। पर इसका मतलब ये नहीं की हम जवान लोगों को SAFETY PRECAUTIONS नहीं लेने होंगे। भले ही आपको लगे की आपका इम्यून सिस्टम बहुत ही मजबूत है, भले ही आप जवान हो, पर क्यूंकि ये वायरस नया है, NOVEL है, तो जब तक वैज्ञानिक इसके CONFIRMED PROPERTIES को किसी रिसर्च में नहीं बता देते है। और इस वायरस के बारे में सब कुछ नहीं जान लेते है। तब तक आप जितना SAFETY PRECAUTIONS का पालन कर पाओ, उतना करो। तब तक करो जब तक इसका कोई प्रभावी इलाज न निकले। तो सबसे PRIORITY वाली बात कि कोरोना वायरस से SAFETY रखने के लिए क्या करें।
कोरोना वायरस से कैसे खुद को कैसे सुरक्षित रखें ? क्या करें ? क्या क्या संभव है ?
अपने IMMUNE SYSTEM को मजबूत रखो। इसका मतलब हरी-सब्जियों को खाओ और JUNK FOOD को छोड़ दो। अपने DIET का ध्यान रक्खो, सबसे COMMON चीज़ जो की आप खा सकते हो। वो है CITRUS FRUIT जैसे : LEMON, ORANGES इत्यादि, और ये SCIENTIFICALLY PROVEN है, कि इससे VITAMIN C बढ़ता है। और विटामिन C आपके इम्यून सिस्टम में मौजूद SOLDIERS जो की WHITE BLOOD CELLS है उसकी मात्रा को बढ़ाता है। जैसा कि मैंने आपको बताया कि हरी सब्जियां भी इम्युनिटी के लिए बहुत जरूरी है।
दूसरी बेस्ट चीज़ जो की आप कर सकते हो, वो है हांथों को समय-समय पर बार-बार धोते रहना, सुनने में थोड़ा मामूली लगता है, पर ये ONE OF THE BEST THINGS है, जो कि आप कर सकते हो, आप किसी भी साबुन का इस्तेमाल कर सकते हो। साबुन का इस्तेमाल करने से क्या होता है, कोरोना वायरस एक LAYER OF FAT से घिरा होता है, साबुन उस LAYER OF FAT को ब्रेक कर देता है। और उससे उस वायरस का पावर खत्म हो जाता है। और वहाँ होते हुए भी वो आपको INFECT नहीं कर पाता है। और साबुन से हाथ धोने के बाद आपका हाथ SLIPPERY बन जाता है यानि फिसलने वाला बन जाता है। और वायरस आपके हाथ से चले जाते है।
तीसरा चीज़ है SOCIAL DISTANCING जो कि बहुत लोगों के लिए बहुत ही HARD यानी मुश्किल होगा। मतलब घर से बाहर नहीं निकलना है, ये बहुत ही जरूरी है। ताकि लोग इन्फेक्ट ना हो, या फिर जो लोग इन्फेक्टेड है उससे आप इन्फेक्ट न हो, और ये इन्फेक्शन कम से कम लोगों तक फैले। सभी देशों की सरकार भी सबसे ज्यादा इसी बात पर ध्यान दे रही है। इसीलिए इनका पालन करना बहुत ही जरूरी है। और हम लोग अगर SHORT-TERM में देखें, तो ये बहुत ही मुश्किल है, बाहर ना निकलना, किसी से ना मिलना। पर अगर इसको हम LONG-TERM में देखें। तो ये दुनिया के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगा। इसलिए जब तक इस वायरस का कोई सफल इलाज ना निकले। तब तक आप ये तीनों काम कर सकते हो।
- अपने इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखें।
- अपने हाथों को जरूरत पड़ने पर धोते रहे।
- बाहरी लोगों से दूरी बनाये रखें।
इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए अपने हाथों को साबुन से धोते रहो ATLEAST हर कुछ घंटो मैं धोते रहो। जो देश की सरकार बोल रही है, उसका पालन करो, और अगर सारी जनता मिलकर इन बातों को माने तो बहुत कुछ हो सकता है। और 22 मार्च 2020 को जो जनता कर्फ्यू था, उसका SCENE देखकर आप ये अंदाज़ा लगा सकते हो कि भारत के लोगों में UNITY यानी एकता कितनी प्रभावशाली है। और मैं आपसे निवेदन करूँगा की आप इस पोस्ट को सभी लोगों के साथ शेयर करें। ताकि लोगों की इसकी सचाई और सावधानियां समझ आये और वो इन सब चीज़ों का पालन कर सकें।
आपका कीमती समय देने के लिए धन्यवाद