Crayon Shinchan कार्टून से जुड़े 17 रोचक तथ्य
( पागल ये पागल को पागल कर दे जहाँ भी ये जाए। देखो करता है कैसा दीवाना सबको ओ शिनचैन !!! )
ये गाना तो आपने बहुत सुना होगा... है ना ! क्योंकि दोस्तो शिनचैन का Show है ही इतना प्यारा की उसे हर एक बच्चा पसंद करता है। उसके नटखट कारनामों की वजह से आज ये एनीमेशन पूरी दुनिया के बच्चों में एक अलग छवि बना चुका है। पर दोस्तो क्या आप जानते हो। शिनचैन पहले भारत मे बन्द कर दिया गया था। और भी बहुत है बताने को.., तो आज हम शिनचैन से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों को जानेंगे। कि किस तरह से ये कार्टून दुनिया मे इतना प्रसिद्ध होता जा रहा है। और बच्चे इसके इतने दीवाने क्यों है। तो चलिए जानते है....
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SHINCHAN FACTS |
1. शिनचैन सबसे पहले मांगा के कॉमिक बुक में 1990 में आया था।
2. इसको करीब दो साल बाद 1992 में पहली बार एनीमेशन के रूप में असाही टी वी पर दिखाया गया था।
3. 1990 से लेकर 2019 तक शिनचैन सिर्फ 5 साल का ही दिखाया गया है। वाह!!!
4. शिनचैन के 80 प्रतिशत चाहने वाले तो 1990 में पैदा भी नही हुए थे।
5. शिनचैन का शो पूरे विश्व के 45 देशों के 30 अलग-अलग भाषओं में डबिंग करके दिखाया जाता है।
6. शिनचैन की अबतक 970 से ज्यादा एपिसोड और 27 से ज्यादा फिल्मे बन चुकी है। और शिनचैन की एक नई फिल्म 2019 में भी आने वाली है।
7. आपको पता है, हमारे प्यारे शिनचैन के नाम पर एक Town और एक ट्रेन की सर्विस भी है। जापान का कासुकाबे टाउन जहाँ शिनचैन रहता है। वो जगह शिनचैन टाउन के नाम से भी प्रसिद्ध है।
8. शिनचैन टाउन में शिनचैन गेमिंग सेन्टर और शिनचैन का म्यूजियम भी है। और उस शहर की गलियों में आपको शिनचैन से जुड़ी काफी सारे चीजें देखने को मिलेंगी।
9. जापान के टोबू रेलवे ने कासुकाबे शहर में 3 नवंबर 2016 से टूरिज्म को प्रमोट करने के लिए स्पेशल शिनचैन के पोस्टर वाली स्पेशल ट्रेन शुरू की जो कि 5050 की सीरीज की ट्रेन है, और ये टोक्यो लाइन पर चलती है। तो अगर आप कभी जापान जाए तो इन सब जगह पर घूमना मत भूलियेगा।
10. शिनचैन एनिमें के हिन्दी डबिंग में कई करैक्टर के नाम बदले गए है।
11. ओरीजनल जापान के अनिमे version में शिनचैन का नाम है, शिनोसुके। उसकी मम्मी मिटसी का नाम है, मिसे। और उसके पापा हैरी का नाम है, हिरोशी नोहारा। शिरो और हिमावारी का नाम सेम है। पर कई इंग्लिश Version में हिमावारी का नाम डेज़ी नोहारा, और शिरो का नाम लकी और वायटी है। बाकी शिनचैन के दोस्तो के नाम जैपनीज़ और हिंदी version में सेम है।
12. शिनचैन की हिंदी एनिमे सीरीज को हंगामा टी वी ने भारत मे 19 जून 2006 में शुरू की थी।
13. हंगामा टी वी पर शिनचैन सीरीज की शुरुआत के कुछ महीनों में बच्चों के माता-पिता के हंगामा टी वी को लेकर शिकायत आने लगी। कारण था शिनचैन का बड़बोलापन और बत्तमीज़ व्यवहार, और शिनचैन का कहीं भी नंगु-पंगु हो जाना। जिसको देखकर भारत के काफी बच्चे उसकी नकल करने लगे थे, और काफी बतमीजी भी करने लगे थे। जिस वजह से शिनचैन को अक्टूबर 2008 में मिनिस्ट्री ओफ़ इंफोर्मेशम ब्रॉडकास्ट ने Having Nudity की वजह से Ban कर दिया था।
14. भारत मे ये शो इतना पॉपुलर हो गया था। कि हंगामा टी वी का 60 प्रतिशत Watchtime सिर्फ इसी शो की वजह से आता था।
15. फेन्स के लगातार Requests के बाद 27 मार्च 2009 को इंडियन सेंसर बोर्ड ने न्यूड सीन्स और काफी डबिंग एडिटिंग के बाद इसको दुबारा टी वी पर दिखाने के लिए आदेश दे दिया।
16. आपने शिनचैन की काफी Death Series इंटरनेट के सोशल मीडिया पर देखी होंगी, जो कि बहुत वायरल हो रही है, जिसमे लोग कहते है, की शिनचैन एक असली बच्चा था, जो कि अपनी बहन को बचाते-बचाते मर गया था। और फिर ये सीरीज उसकी मम्मी ने बनाई है, शिनचैन के वर्तमान उम्र को याद करके, पर दोस्तो मैं आपको बता दूँ, की ये बिल्कुल गलत और झूठी अफवाह है।
17. शिनचैन के ओरिजनल क्रिएटर योशीतो उसुई की सितम्बर 2009 में एक हादसे में मौत हो गयी थी। तब शिनचैन मांगा और टी वी सीरीज प्रोड्यूस करने वाली फुटूबासा पब्लिशर्स और असाही टी वी ने इस सीरीज की पॉपुलैरिटी को देखते इसको जारी रखा। और 2010 के बाद से इसे क्रेयॉन शिनचैन के नाम से बनाया जाने लगा। जिसके बाद से ये सीरीज चलती आ रही है। और जल्द ये अपना 1000 एपिसोड को भी पूरा कर लेगी।
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आपका कीमती समय देने के लिए धन्यवाद।
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